क्या आप रोज़ सुबह पेट्रोल भरते‑भरते थक गए हैं? आज हम ताजगी से बतायेंगे कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें कितनी हैं, कौनसे कारकों ने इन्हें बदल दिया और आप कैसे थोड़ा बचा सकते हैं। चलिए, बिना झंझट के सीधे मुद्दे पर आते हैं।
भारत में आज का औसत पेट्रोल 95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92 रुपये प्रति लीटर है। ये आंकड़े पिछले हफ़्ते से लगभग 1-2 रुपये बढ़े हैं, क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय crude oil की कीमतों में हल्की उछाल आई है। अगर आप दिल्ली या मुम्बई जैसे बड़े शहरों में रहते हैं तो थोड़ा ज्यादा (लगभग 98‑101 रुपये) देख सकते हैं, जबकि छोटे शहरों में थोड़ा कम मिल सकता है।
ध्यान दें – यह सिर्फ औसत है, हर पम्प पर थोड़ी-बहुत फर्क हो सकता है। सबसे सटीक जानकारी के लिए अपने नजदीकी पंप का डिस्प्ले चेक करें या मोबाइल एप्प से रीयल‑टाइम अपडेट देखें।
1. अंतर्राष्ट्रीय crude oil की कीमत: जब तेल उत्पादन वाले देशों में राजनैतिक तनाव या मांग‑आपूर्ति का असंतुलन होता है, तो हमारे देश की आयातित तेल की लागत बढ़ जाती है। यही पहला असर है जो पेट्रोल‑डिज़ल पर दिखता है।
2. एक्सिस ड्यूटी और कर: सरकार हर साल कुछ प्रतिशत कर जोड़ती या घटाती है। हाल ही में सेंट्रल GST को 5% से 6% किया गया, जिससे पेट्रोल की कीमत पर सीधा असर पड़ा।
3. रिफाइनरी लागत व लॉजिस्टिक्स: अगर किसी रीफ़ाइनरी में रख‑रखाव या तकनीकी दिक्कतें आती हैं तो उत्पादन कम हो जाता है और कच्चे तेल का शिपिंग खर्च बढ़ जाता है। इस वजह से पंप पर भी कीमत ऊपर जाती है।
इन तीन कारणों को समझकर आप अनुमान लगा सकते हैं कि अगली बार कीमत कब गिर सकती है या बढ़ेगी। अगर अंतर्राष्ट्रीय बाजार में स्थिरता रहती है और कर में कोई बड़ा बदलाव नहीं होता, तो अगले महीने तक बड़ी उछाल की संभावना कम है।
अब बात करते हैं कुछ आसान बचत टिप्स की। सबसे पहले, अपने कार के माइलेज को बेहतर बनाएं – टायर सही दबाव पर रखें, अनावश्यक लोड घटाएँ और नियमित सर्विस कराते रहें। दूसरा, जब संभव हो तो पेट्रोल‑डिज़ल का मिश्रण (ऑटो‑डीज़ल) इस्तेमाल करें; यह अक्सर सस्ता पड़ता है और इंजन के लिए भी अच्छा होता है। तीसरा, ऑफ‑पीक समय में भरना – कुछ बड़े शहरों में सुबह 6 बजे से पहले या देर रात में कीमत थोड़ा कम हो सकती है क्योंकि डिमांड घटती है।
अंत में, अगर आप तेल की कीमतों पर नजर रखना चाहते हैं तो भरोसेमंद एप्प्स जैसे ‘इंधन दर’ या सरकारी पेट्रोल पंप साइट का उपयोग करें। ये आपको न सिर्फ वर्तमान दर बताते हैं बल्कि भविष्य के ट्रेंड भी दिखाते हैं। याद रखें, हर 5‑6 हफ्ते में एक बार बड़ी बदलाव आती है; इसलिए नियमित अपडेट लेना फायदेमंद रहेगा।
तो अब जब आप आगे बढ़ें, तो इस जानकारी को साथ ले जाएँ और अपनी यात्रा का खर्च थोड़ा कम करें। तेल कीमतें बदलती रहती हैं, लेकिन समझदारी से चलना आपके हाथ में है!
मध्य-पूर्व के बढ़ते तनाव और आपूर्ति संबंधी आशंकाओं के चलते ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतें तीन दिनों की गिरावट के बाद फिर 74 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुँच गई हैं। विश्लेषकों ने इस क्षेत्र की अहमियत और स्ट्रेट ऑफ होरम्ज़ पर खतरे को बड़ी वजह बताया है। बाजारों में जबरदस्त अस्थिरता देखी जा रही है।