आपने शायद हाल ही में Rishi Sunak का नाम समाचार में देखा होगा। वो यूके के प्रधानमंत्री हैं और उनके फैसले सिर्फ यूरोप तक सीमित नहीं, भारत जैसे देशों को भी असर डालते हैं। चलिए देखते हैं उनका सबसे बड़ा कदम क्या है और उसका हमारे लिये मतलब क्या?
Sunak ने हाल ही में टैक्स रिव्यू जारी किया। उन्होंने छोटे व्यवसायों के लिए कॉरपोरेट टैक्स घटाने की बात कही, जिससे नई स्टार्ट‑अप्स को फंडिंग मिलना आसान हो जाएगा। अगर आप भारत से यूके में निवेश करना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिये बड़ी राहत है। कम टैक्स का मतलब ज्यादा मुनाफा और अधिक प्रोजेक्ट्स चलाना।
इसी समय उन्होंने ए너지 ग्रिड को अपडेट करने की योजना भी पेश की। ग्रीन एनर्जी पर फोकस रखने से यूके में सॉलर पैनल और विंड फार्म के लिए नई बिड़िंग आएगी। भारतीय कंपनियों का तकनीकी ज्ञान यहाँ काम आ सकता है, इसलिए कई व्यापारियों ने इस मौके को पकड़ने की बात कही है।
Rishi Sunak ने हालिया यात्रा में भारतीय प्रधानमंत्री से मुलाक़ात की और दो देशों के बीच ट्रेड बढ़ाने पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा, टेक्नोलॉजी और स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग को गहरा किया जाएगा। अगर आप इन क्षेत्रों में काम कर रहे हैं तो अब नए प्रोजेक्ट्स की संभावना है।
एक और बात जो अक्सर छूटती है, वह है वीज़ा नियमों का आसान बनना। Sunak सरकार ने टैलेंटेड प्रोफेशनल्स के लिए यूके वीज़ा प्रक्रिया को सरल करने का प्रस्ताव रखा। इसका मतलब है कि भारतीय आईटी विशेषज्ञ आसानी से यूके में नौकरी पा सकते हैं और दोनों देशों की अर्थव्यवस्था एक-दूसरे को सपोर्ट करेगी।
सारांश में, Sunak की नीतियां भारत‑UK व्यापार के लिए कई दरवाजे खोल रही हैं। चाहे टैक्स रिव्यू हो या वीज़ा आसान बनाना, हर कदम निवेशकों और प्रोफेशनलों को लाभ पहुंचाता दिख रहा है। अगर आप इन अवसरों का फायदा उठाना चाहते हैं तो तुरंत अपनी योजना बनाएं और अपडेटेड जानकारी पर नजर रखें।
केमी बडेनोच, जो कि ब्रेक्सिट की प्रबल समर्थक हैं, को ब्रिटेन की कंजर्वेटिव पार्टी का नया नेता चुना गया है। उनकी जीत UK में एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी की पहली महिला नेतृत्व के रूप में है। बडेनोच के नेतृत्व में पार्टी में विशेष रूप से प्रवास, जलवायु और सांस्कृतिक राजनीति पर एक सख्त रुख अपनाया जा सकता है। भारत के साथ व्यापार समझौतों पर उनका प्रभाव महत्वपूर्ण हो सकता है।