निकोटीन प्रभाव – क्या होते हैं असली नतीजे?

जब आप सिगरेट या इ‑सिगरेट लेते हैं तो निकोटीन तुरंत रक्त में घुस जाता है। यह दिमाग के रिसेप्टर को सक्रिय कर देता है, जिससे आपको जल्दी से खुशी का झटका मिलता है। लेकिन इस ‘हाई’ की कीमत बहुत महँगी होती है।

शारीरिक असर: दिल‑धड़कन और फेफड़े

निकोटीन रक्तचाप बढ़ा देता है, जिससे हृदय पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। लगातार धूम्रपान करने वाले लोगों में दिल का दौरा या स्ट्रोक का जोखिम दो गुना से भी ज्यादा हो जाता है। साथ ही फेफड़ों की क्षमता घटती है – सांसें लेनी मुश्किल होती हैं और अस्थमा जैसे रोग जल्दी विकसित होते हैं।

मानसिक असर: लत और मूड पर नियंत्रण

निकोटीन दिमाग में डोपामिन नामक हार्मोन की मात्रा बढ़ाता है, जिससे आपको त्वरित आनंद मिलता है। यही कारण है कि लोग इसे छोड़ना मुश्किल पाते हैं। जब आप निकोटीन नहीं लेते तो चिड़चिड़ापन, चिंता और नींद न आना आम बात बन जाती है। लेकिन यह लक्षण समय के साथ ठीक हो जाते हैं, अगर सही उपाय अपनाए जाएँ।

निकोटीन का असर सिर्फ शरीर तक सीमित नहीं रहता; यह आपके खर्चे, सामाजिक रिश्तों और काम की उत्पादकता पर भी असर डालता है। धूम्रपान करने वाले अक्सर ब्रेक में ज्यादा समय बिताते हैं, जिससे काम में देरी होती है। साथ ही धुएँ से आसपास के लोगों को स्वास्थ्य जोखिम होता है – ‘साइड‑एशिंग’ एक वास्तविक समस्या है।

अगर आप निकोटीन की लत से बाहर निकलना चाहते हैं तो सबसे पहला कदम समझदारी भरा निर्णय लेना है। छोटे लक्ष्य बनाइये: पहले दिन में सिर्फ एक सिगरेट कम करें, फिर धीरे‑धीरे पूरी मात्रा घटाएँ। निकोटिन रिप्लेसमेंट थैरेपी (जैसे गम या पैच) मददगार हो सकते हैं, लेकिन डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।

धूम्रपान छोड़ने के लिए पर्यावरण भी बदलना जरूरी है। घर में सिगरेट नहीं रखें, धुएँ वाली जगहों से दूर रहें और तनाव कम करने के लिए योग या चलना शुरू करें। दोस्त‑परिवार का समर्थन आपके आत्मविश्वास को बढ़ाता है – उनसे अपने लक्ष्य के बारे में बात करें।

अंत में याद रखिए कि निकोटीन की लत एक बीमारी जैसी है, जिसे उपचार चाहिए। सही जानकारी और लगातार प्रयास से आप इसे जीत सकते हैं। आपका स्वास्थ्य सुधरता है, पैसे बचते हैं और जीवन का आनंद फिर से मिल जाता है। आज ही छोटे कदम उठाएँ – क्योंकि स्वस्थ रहना सबसे बड़ा इनाम है।

विश्व नो तंबाकू दिवस 2024: चेन स्मोकर के सिगरेट छोड़ने पर शरीर में होते हैं ये बदलाव

विश्व नो तंबाकू दिवस 2024 के मौके पर धूम्रपान छोड़ना निकोटीन की लत के हानिकारक प्रभावों के कारण महत्वपूर्ण है। सिगरेट छोड़ने के बाद शरीर में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन होते हैं जो स्वास्थ्य में सुधार लाते हैं।