विश्व नो तंबाकू दिवस 2024: चेन स्मोकर के सिगरेट छोड़ने पर शरीर में होते हैं ये बदलाव

विश्व नो तंबाकू दिवस 2024: चेन स्मोकर के सिगरेट छोड़ने पर शरीर में होते हैं ये बदलाव

विश्व नो तंबाकू दिवस 2024: स्वास्थ्य के लिए सिगरेट छोड़ना क्यों है महत्वपूर्ण

हर साल 31 मई को विश्व नो तंबाकू दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को तंबाकू उत्पादों के सेवन के खतरों के बारे में अवगत कराना है और उन्हें इसे छोड़ने के लिए प्रेरित करना है। निकोटीन की लत मानव शरीर पर अत्यधिक हानिकारक प्रभाव डालती है और कई गंभीर बीमारियों का कारण बनती है। निकोटीन की लत को छोड़ना न केवल व्यक्ति की भलाई के लिए बल्कि उसके आसपास के प्रियजनों और पर्यावरण के लिए भी महत्वपूर्ण है।

निकोटीन छोड़ने से शरीर में आते हैं ये बड़े बदलाव

जब एक चेन स्मोकर सिगरेट छोड़ता है, तो उसके शरीर में महत्वपूर्ण और तेजी से बदलाव आते हैं।पहले ही 4-5 घंटे में व्यक्ति की श्वसन प्रक्रिया में सुधार होता है और दिल के दौरे का खतरा घट जाता है। 7 दिनों के भीतर, शरीर में विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट का स्तर बढ़ जाता है, जिससे शरीर की उपचार क्षमता में वृद्धि होती है। दो सप्ताह में, व्यक्ति की शारीरिक सहनशक्ति में सुधार होता है और रक्त संचार और ऑक्सीजन का स्तर बढ़ जाता है।

महीने भर बाद, निकोटीन का प्रभाव कम होने लगता है और ऊर्जा स्तर में वृद्धि होती है। तीन महीने बाद, शारीरिक सहनशक्ति और अधिक सुधरती है, और फेफड़े स्वयं को साफ करने लगते हैं। छः महीने बाद, खांसी कम हो जाती है। एक साल के भीतर, हृदय रोग का जोखिम आधा रह जाता है और दस साल बाद, कैंसर का जोखिम आधा हो जाता है। पंद्रह से बीस साल बाद, स्ट्रोक या हृदय रोग का जोखिम लगभग नॉन-स्मोकर्स के बराबर होता है।

धूम्रपान छोड़ने के फायदे

  • स्वास्थ्य में सुधार: धूम्रपान छोड़ने से फेफड़ों, दिल और यकृत सहित शरीर के कई अंगों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
  • लंबी उम्र: जीवन की गुणवत्ता में सुधार के साथ ही जीवन प्रत्याशा भी बढ़ जाती है।
  • पैसे की बचत: धूम्रपान पर खर्च होने वाला पैसा बचाया जा सकता है और इसे स्वास्थ्यप्रद गतिविधियों में निवेश किया जा सकता है।
  • परिवार की सुरक्षा: परिवार के सदस्यों को सेकेंड हैंड स्मोकिंग के खतरों से बचाया जा सकता है।
  • पर्यावरण की सुरक्षा: धूम्रपान न करने से पर्यावरण में प्रदूषण की मात्र कम होती है।

धूम्रपान छोड़ने की राह आसान नहीं है, लेकिन इसे संभव बनाया जा सकता है। मनोवैज्ञानिक समर्थन, निकोटीन प्रतिस्थापन थेरेपी और धूम्रपान छोड़ने संबंधी कार्यक्रम इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। परिवार और मित्रों का समर्थन भी बेहद महत्वपूर्ण है। व्यक्ति को अपने लक्ष्य पर मजबूत इरादा रखना चाहिए और अपने स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्ध होना चाहिए।

धूम्रपान छोड़ने के फायदे अनगिनत हैं और यह सिर्फ व्यक्तिगत स्वास्थ्य तक सीमित नहीं हैं। समाज और पर्यावरण पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। विश्व नो तंबाकू दिवस 2024 के अवसर पर, हम सभी को तंबाकू छोड़ने की दिशा में एक कदम उठाने के लिए प्रेरित होना चाहिए। तंबाकू मुक्त जीवन की शुरुआत से ही न केवल हमारा जीवन सुधरता है, बल्कि हम अपने आसपास के लोगों के जीवन को भी सुधार सकते हैं।

13 Comments

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    sivagami priya

    जून 2, 2024 AT 17:55
    ये लेख पढ़कर मेरा दिल भर गया! 🙌 मैंने 6 महीने पहले सिगरेट छोड़ी थी, और अब मैं बिना सांस लेने के चढ़ जाती हूँ सीढ़ियों से! जिंदगी बदल गई है, बस एक बार फैसला कर लो, बाकी शरीर खुद संभाल लेगा!
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    chayan segupta

    जून 4, 2024 AT 01:35
    मैंने भी 2 साल पहले छोड़ दी थी, अब तो दोस्तों को भी समझाने लगा हूँ। जिंदगी में ऐसे छोटे-छोटे बदलाव ही बड़े असर डालते हैं। एक दिन के लिए नहीं, पूरी जिंदगी के लिए बदलाव करो!
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    King Singh

    जून 5, 2024 AT 18:55
    मैं तो अभी भी धूम्रपान करता हूँ, लेकिन इस लेख ने मुझे सोचने पर मजबूर कर दिया। शायद अगले हफ्ते एक बार ट्राई करूँ। बस एक दिन के लिए। देखते हैं क्या होता है।
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    praful akbari

    जून 6, 2024 AT 09:21
    क्या कोई जानता है कि निकोटीन के बिना दिमाग को असली शांति मिलती है या ये सिर्फ एक भ्रम है? जब तक हम अपनी लत को नहीं समझते, तब तक छोड़ना बस एक बाहरी बदलाव है।
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    kannagi kalai

    जून 7, 2024 AT 21:12
    बहुत अच्छा लेख। पढ़ लिया। अब मैं बाहर जाकर चाय पीती हूँ।
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    Roy Roper

    जून 9, 2024 AT 18:49
    धूम्रपान छोड़ो। बस। नहीं तो तुम्हारा शरीर तुम्हें खाएगा। अगर तुम्हें जीना है तो बंद करो। बाकी सब बकवास है।
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    Sandesh Gawade

    जून 11, 2024 AT 07:28
    मैंने तीन महीने में छोड़ दी थी और अब मैं रोज 10 किमी दौड़ता हूँ। अगर तुम लोग अभी भी सिगरेट लेकर बैठे हो तो तुम्हारा दिमाग बंद हो गया है। जागो। अब नहीं तो बहुत देर हो जाएगी।
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    MANOJ PAWAR

    जून 11, 2024 AT 20:17
    मैंने जब पहली बार सिगरेट छोड़ी, तो मेरा दिल धड़क रहा था जैसे कोई बाहर से बात कर रहा हो। दर्द तो था, लेकिन एक अजीब सी शांति भी। अब जब भी मैं दूध पीता हूँ, तो मुझे लगता है कि मैंने खुद को बचा लिया।
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    Pooja Tyagi

    जून 12, 2024 AT 17:56
    मैंने अपनी माँ को धूम्रपान छोड़ने के लिए मनाया था - उसने 45 साल तक किया था! अब वो रोज सुबह बगीचे में घूमती हैं। बस एक बार बात करो, उनके साथ बैठो, और उन्हें याद दिलाओ कि वो अपने बच्चों के लिए जी रही हैं। ये बदलाव असली है!
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    Kulraj Pooni

    जून 14, 2024 AT 14:16
    हम सब तो जीवन के अर्थ को खोज रहे हैं... लेकिन क्या धूम्रपान छोड़ना ही सच्चा जीवन है? या ये भी एक औपचारिकता है? क्या जीवन का अर्थ तब तक नहीं मिलता जब तक हम अपनी लतों को नहीं स्वीकार कर लेते? अगर मैं धूम्रपान करता हूँ, तो क्या मैं अपने आप को नहीं समझ रहा?
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    Hemant Saini

    जून 14, 2024 AT 16:35
    मैंने एक दोस्त को धूम्रपान छोड़ने में मदद की थी। उसने कहा, 'मैं अपने बच्चों के लिए छोड़ रहा हूँ।' उस दिन मैंने समझा कि जब हम किसी के लिए बदलते हैं, तो बदलाव सच्चा होता है। बस एक दिन के लिए नहीं, एक पीढ़ी के लिए बदलो।
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    Nabamita Das

    जून 15, 2024 AT 09:11
    मैंने अपने क्लाइंट्स को धूम्रपान छोड़ने के लिए काम किया है। सबसे बड़ी बाधा नहीं है लत, बल्कि डर है - डर कि बिना सिगरेट के वो खुद को नहीं पहचान पाएंगे। इस डर को दूर करो, बाकी सब खुद हो जाएगा।
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    sivagami priya

    जून 16, 2024 AT 01:08
    वाह! तुमने जो कहा उसके बारे में सोच रही हूँ... मैंने भी ऐसा ही महसूस किया था। लत तो बाहरी है, लेकिन डर अंदर का होता है। जब मैंने अपने आप को बिना सिगरेट के देखा, तो मुझे लगा - अरे, मैं तो अभी भी जी रही हूँ!

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