1 जुलाई को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में भाषण देते हुए बीजेपी पर सांप्रदायिक विभाजन का आरोप लगाया। हालांकि, उनके भाषण के कई हिस्से संसदीय रिकॉर्ड से स्पीकर के आदेश पर हटाए गए। इनमें उन्होंने हिन्दू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी और आरएसएस पर टिप्पणियाँ की थीं। इस पर आरएसएस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हिन्दुत्व को हिंसा से जोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण है।