पुणे में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
पुणे में पिछले 24 घंटों से जारी भारी बारिश ने शहर को पूरी तरह से हिला कर रख दिया है। भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव होने से मुख्य मार्गों पर यातायात जाम हो गया है। इसके कारण लोगों को अपने गंतव्य तक पहुँचने में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। विशेष रूप से, पिथ इलाकों में लंबा जाम और शोरगुल के कारण स्थानीय लोग परेशान हैं।
स्कूल बंद, घरों में रहने की सलाह
जिला कलेक्टर सुहास दिवासे ने नागरिकों से अपील की है कि वे अत्यावश्यक होने पर ही बाहर निकलें। इसी क्रम में, खडकवासला, भोर, वेल्हा, मावल, मुलशी, हवेली तहसील और पुणे शहर समेत पिंपरी-चिंचवड़ के स्कूलों को 25 जुलाई तक के लिए बंद कर दिया गया है। क्षेत्रीय प्रशासन ने बाढ़ प्रबंधन कोशिकाओं और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों को संवेदनशील इलाकों में तैनात किया है।
जलभराव से बुरी तरह प्रभावित मुख्य मार्ग
इस भारी बरसात के कारण शहर के प्रमुख मार्गों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। हिन्जेवाड़ी की यात्रा समय सीमा में बढ़ोतरी हो गई है और मेट्रो कार्य जारी रहने से ये समस्याएं और भी बढ़ गई हैं। स्थानीय समय अनुसार, लगातार बारिश के चलते सड़कें पानी में डूबी हुई हैं और गड्ढों से यातायात धीमी रफ्तार से चल रहा है।
खडकवासला बांध ने बढ़ाई चिंता
खडकवासला बांध से 40,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे जलभराव की संभावना बढ़ गई है। इसने विशेष रूप से निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की चिंता बढ़ा दी है। आईएमडी ने अगले 24 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है और भारी बरसात जारी रहने की भविष्यवाणी की है।
आपातकालीन सेवाएँ और प्रतिक्रियाएँ
पिछले 24 घंटों में अग्निशमन दल ने 45 घटनाओं का सामना किया है, जिनमें पेड़ गिरने, दीवारें गिरने और बाढ़ की शिकायतें शामिल हैं। जबकि फ्लाइट्स और ट्रेनों की सेवाओं में कोई बड़ी रुकावट नहीं आई है, राज्य परिवहन बस सेवाएं 30% तक कम हो गई हैं।
पर्यावरण संरक्षण पर राष्ट्रपति की संवाद
इस बारिश के बीच, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय विद्यालय के कक्षा 9 के छात्रों से वार्ता की। इस दौरान उन्होंने पर्यावरण संरक्षण पर जोर दिया और छात्रों को इसके महत्व के बारे में जागरूक किया।