केरल में भारी बारिश का रेड अलर्ट: 18 जुलाई को राज्य रहेगा सतर्क
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने केरल में 18 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इस चेतावनी के अनुसार, राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है, जिसके चलते वहाँ के लोगों और प्रशासन को सजग रहने की आवश्यकता है। IMD ने रेड अलर्ट जारी किया है, जो इस बात का संकेत है कि अत्यधिक तीव्रता की बारिश की संभावना है और इससे जनजीवन पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है।
स्कूल और कॉलेज बंद
भारी बारिश की संभावना को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने राज्य भर के स्कूल और कॉलेजों को बंद रखने का निर्णय लिया है। यह निर्णय छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। विभिन्न जिलों में प्रशासन ने सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं और लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है।
कौन से जिलों में अलर्ट जारी किया गया है
IMD ने केरल के सभी जिलों में रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। विशेष रूप से, एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, कोझीकोड और वायनाड जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि पथानामथिट्टा, अलप्पुझा, कोट्टायम और इडुक्की जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि, रेड अलर्ट मुख्य रूप से मल्लपुरम, कन्नूर और कासरगोड जिलों में लागू है, जहाँ तीव्रतम बारिश की संभावना है।
मछुआरों के लिए चेतावनी
IMD ने चेतावनी दी है कि समुद्र में जाने वाले लोगों के लिए परिस्थिति अनुकूल नहीं है। हवाएं तेज हो सकती हैं और समुद्री लहरें खतरनाक हो सकती हैं, इसलिए मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे समुद्र में मछली पकड़ने न जाएं। यह निर्देश उनकी सुरक्षा के मद्देनजर दिया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके।
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) भी सतर्क है और लोगों से अतिरिक्त सतर्कता बरतने की अपील की है।
क्या कहती है IMD की रिपोर्ट?
IMD की रिपोर्ट में कहा गया है कि केरल के विभिन्न हिस्सों में 18 जुलाई तक भारी बारिश जारी रह सकती है। मौसम वैज्ञानिकों ने आगाह किया है कि इस दौरान जलभराव, भूस्खलन और अन्य प्राकृतिक आपदाएं हो सकती हैं। इस स्थिति को देखते हुए, प्रशासन ने आपदा राहत कार्यों के लिए विशेष टीमों को तैयार रहने का निर्देश दिया है।
अतः, जनता से अनुरोध है कि वे अपने घरों में सुरक्षित रहें और प्रशासन द्वारा जारी किए गए सुझावों का पालन करें। विशेषकर, संकटग्रस्त क्षेत्रों में लोगों को सतर्क रहना अति आवश्यक है।
सरकार की तैयारियाँ और व्यवस्थाएँ
प्रदेश सरकार ने आपदा प्रबंधन की दृष्टि से कई कदम उठाए हैं। विभिन्न जिलों में विशेष बचाव और राहत टीमों को तैनात किया गया है। बचाव कार्यों के लिए नावों और अन्य उपकरणों को पहले से ही तैयार रखा गया है। इसी तरह, राज्य में विभिन्न सरकारी एजेंसियाँ और स्वयंसेवी संस्थाएँ भी राहत कार्यों में सक्रिय हैं।
KSDMA ने लोगों से आपदा की स्थिति में संयम बरतने और अफवाहों से दूर रहने का आग्रह किया है। इसके साथ ही, लोगों को किसी भी आपातकाल के समय नजदीकी पुलिस स्टेशन या आपदा राहत केंद्रों में संपर्क करने के लिए कहा गया है।
सार्वजनिक सेवाएँ और सजगता
भारी बारिश के चलते राज्य की कई सार्वजनिक सेवाएँ प्रभावित होंगी। यातायात परिवहन में भी बाधाएँ आने की संभावना है। इसी प्रकार, बिजली और पानी की आपूर्ति में भी कुछ क्षेत्र प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे में, लोगों को पहले से तैयार रहने और आवश्यक वस्तुओं का भंडारण करने की सलाह दी गई है।
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