प्रधानमंत्री मोदी के प्रधान सचिव बने शक्तिकांत दास, आरबीआई के पूर्व गवर्नर की नियुक्ति

प्रधानमंत्री मोदी के प्रधान सचिव बने शक्तिकांत दास, आरबीआई के पूर्व गवर्नर की नियुक्ति

शक्तिकांत दास की नई जिम्मेदारी

भारत के पूर्व रिज़र्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रशासन में दूसरा प्रधान सचिव नियुक्त किया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय में इस नए पद का निर्माण किया गया है। 23 फरवरी, 2025 को इस नियुक्ति की घोषणा की गई है और इसका कार्यकाल प्रधानमंत्री मोदी के वर्तमान कार्यकाल के साथ समाप्त होगा।

पीके मिश्रा, जो कि 1972 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और 2019 से प्रधान सचिव के रूप में कार्यरत हैं, उसी पद पर रहेंगे। दास, जिन्होंने 1980 बैच के तमिलनाडु कैडर के आईएएस अधिकारी के रूप में सेवा दी है, ने पहले अनेक महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। इनमें आर्थिक और राजस्व सचिव, 15वें वित्त आयोग के सदस्य और जी20 के लिए भारत के शेरपा के रूप में योगदान शामिल है।

आरबीआई के गवर्नर के रूप में विदाई

आरबीआई के गवर्नर के रूप में विदाई

शक्तिकांत दास ने 2018 से 2024 तक आरबीआई के गवर्नर के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस दौरान उन्होंने नोटबंदी और कोविड-19 महामारी जैसी चुनौतियों का सामना किया। उन्होंने बाज़ारों को स्थिर करने और आर्थिक बहाली का समर्थन करने के लिए प्रभावी नीतियों को लागू किया। उनके कार्यकाल में वित्तीय स्थिरता बनाए रखने, हितधारकों के साथ संचार में सुधार और आरबीआई और सरकार के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए उनकी सराहना की गई।

स्टीफेंस कॉलेज, दिल्ली के पूर्व छात्र, दास के पास इतिहास में मास्टर्स डिग्री है और चार दशकों से अधिक का शासन और प्रशासनिक अनुभव है, जिसमें केंद्रीय और राज्य सरकारों में उनकी उपलब्धियाँ शामिल हैं।

19 Comments

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    sivagami priya

    मार्च 1, 2025 AT 19:17
    ये तो बहुत बड़ी बात है! शक्तिकांत दास तो आरबीआई के गवर्नर के तौर पर बहुत अच्छा काम कर चुके हैं। अब पीएमओ में आ गए, तो भारत की आर्थिक नीतियों में और भी स्थिरता आएगी। बधाई हो!!!
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    MANOJ PAWAR

    मार्च 2, 2025 AT 10:46
    इस नियुक्ति का मतलब ये है कि सरकार अब आर्थिक नीतियों को और अधिक विशेषज्ञों के हाथों में सौंप रही है। शक्तिकांत दास के पास एक अनुभव है जो किसी भी आईएएस अधिकारी के पास नहीं है। ये फैसला बहुत बुद्धिमानी से लिया गया है।
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    Pooja Tyagi

    मार्च 3, 2025 AT 22:50
    ये तो बस एक बड़ा जादू है! 🤩 एक आरबीआई गवर्नर जो नोटबंदी और पैंडेमिक के बीच बचाव कर गए, अब पीएमओ में! ये नियुक्ति बिल्कुल फिटिंग है! जब तक वो हैं, भारत की अर्थव्यवस्था डगमगाएगी नहीं! 💪🔥
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    Kulraj Pooni

    मार्च 5, 2025 AT 19:46
    लेकिन ये सब नियुक्तियाँ क्यों होती हैं? क्या ये सिर्फ एक राजनीतिक गेम है? इतना अनुभवी व्यक्ति अगर इतने वर्षों तक रिज़र्व बैंक में रहा, तो अब ये पद क्यों? क्या ये सिर्फ एक अलंकरण है? क्या असली समस्याओं का हल इस तरह से मिलेगा?
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    Hemant Saini

    मार्च 6, 2025 AT 17:07
    मुझे लगता है कि ये नियुक्ति एक बहुत बड़ा संकेत है। सरकार अब सिर्फ नीति बनाने के बजाय, उसे लागू करने के लिए विशेषज्ञों को शामिल कर रही है। शक्तिकांत दास का अनुभव वित्तीय नीतियों में बहुत अहम है। अगर ये टीम अच्छी तरह से काम करे, तो भारत की आर्थिक योजनाएँ अब और भी तेज़ हो सकती हैं।
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    Nabamita Das

    मार्च 7, 2025 AT 00:32
    पीके मिश्रा और शक्तिकांत दास दोनों के साथ एक साथ काम करना एक बहुत बड़ा फायदा होगा। एक तो लंबे समय से प्रशासन में हैं, दूसरे के पास आर्थिक विशेषज्ञता है। ये टैंडेम भारत के लिए एक जीत है। इसे नहीं खोना चाहिए।
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    chirag chhatbar

    मार्च 7, 2025 AT 18:42
    yrr yeh sab kya hai? ek gavarnor ko pm office me daal diya? kya ab koi bhi bank ka boss pm ka sahayak ban sakta hai? ye toh galti hai. sab kuchh formalities ke liye bana diya gya hai.
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    Aman Sharma

    मार्च 9, 2025 AT 17:40
    अरे ये तो बस एक राजनीतिक ट्रिक है। एक आरबीआई गवर्नर को अचानक प्रधान सचिव बना देना? ये तो बस उनके कार्यकाल के अंत में एक सम्मान देने का तरीका है। असली नीतिगत बदलाव तो इस नियुक्ति में नहीं हैं।
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    sunil kumar

    मार्च 9, 2025 AT 20:58
    लुक अप! ये एक ग्रेट स्ट्रैटेजिक मूव है! शक्तिकांत दास के पास एक्सपर्टाइज़ इन फाइनेंशियल स्टेबिलिटी, फिस्कल पॉलिसी, और इंटरनेशनल डायलॉग - ये सब अब PMO के अंदर एक्सेस में आ गया! ये नियुक्ति एक साइबर-एक्सपर्ट नहीं, बल्कि एक साइबर-कंट्रोलर है! इसका इम्पैक्ट भारत की आर्थिक डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर होगा!
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    Arun Kumar

    मार्च 10, 2025 AT 10:48
    ये सब नियुक्तियाँ बस एक नाम बनाने के लिए होती हैं। असली जिम्मेदारी तो आईएएस अधिकारियों की होती है। इस तरह की नियुक्तियों से कुछ नहीं होगा। आर्थिक स्थिरता तो बजट और नीतियों से आती है, न कि नामों से।
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    Snehal Patil

    मार्च 12, 2025 AT 03:50
    क्या ये सब एक धोखा है? 🤔 एक गवर्नर को बस एक नया टाइटल देकर बाहर भेज दिया गया? ये तो बस एक राजनीतिक गेम है। अब वो बैठे रहेंगे, बिना कोई असली शक्ति के। बस नाम का खेल।
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    Vikash Yadav

    मार्च 12, 2025 AT 05:56
    ये तो बस एक बड़ा बॉस है जो अब नए गेम में आ गया! शक्तिकांत दास तो अब आर्थिक बाज़ार के नियम बनाने वाले नहीं, बल्कि उन नियमों को जोड़ने वाले हैं। अब वो जो करेंगे, वो बहुत बड़ा असर डालेंगे। बस धीरे-धीरे देखो, बाज़ार अब और भी स्मूथ हो जाएगा।
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    Anuj Poudel

    मार्च 13, 2025 AT 11:57
    शक्तिकांत दास के अनुभव को देखते हुए, ये नियुक्ति बहुत तर्कसंगत है। वे न केवल आर्थिक नीतियों को समझते हैं, बल्कि उन्हें लागू करने का भी तरीका जानते हैं। ये नियुक्ति एक नए युग की शुरुआत हो सकती है, जहाँ विशेषज्ञता को राजनीति से अलग किया जाए।
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    Aishwarya George

    मार्च 14, 2025 AT 22:02
    इस नियुक्ति का असली फायदा ये होगा कि आर्थिक नीतियों में लंबे समय तक चलने वाली स्थिरता आएगी। शक्तिकांत दास के दृष्टिकोण में निरंतरता है, जो भारत के लिए बहुत जरूरी है। इस तरह के निर्णयों की बहुत सराहना की जानी चाहिए।
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    Vikky Kumar

    मार्च 16, 2025 AT 17:25
    इस नियुक्ति के पीछे का उद्देश्य स्पष्ट है: एक विश्वसनीय व्यक्ति को एक नए पद पर बैठाकर जनता को यह दिखाना है कि सरकार विशेषज्ञता को मानती है। लेकिन वास्तविकता यह है कि आर्थिक नीतियाँ अभी भी राजनीतिक दबावों के अधीन हैं। यह एक शो-पीस है।
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    manivannan R

    मार्च 17, 2025 AT 13:15
    ye toh badi baat hai bhai! ek gavarnor ko pm office me daal diya... ab toh sab kuchh smooth ho jayega! paise ki flow, inflation control, sab kuchh... ab toh sirf ek hi insaan ka kaam hai! 😅
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    Uday Rau

    मार्च 18, 2025 AT 09:32
    शक्तिकांत दास के अनुभव को देखकर लगता है कि भारत अब अपनी आर्थिक नीतियों को एक नए स्तर पर ले जा रहा है। ये नियुक्ति न केवल एक व्यक्ति के लिए सम्मान है, बल्कि एक ऐसे सिस्टम के लिए भी है जो विशेषज्ञता को प्राथमिकता देता है। ये एक बहुत बड़ा संदेश है।
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    sonu verma

    मार्च 20, 2025 AT 00:23
    बहुत अच्छी बात है। शक्तिकांत दास जी तो बहुत शांत और समझदार व्यक्ति हैं। उनके साथ ये नया काम होगा, तो भारत की आर्थिक योजनाएँ और भी सही दिशा में जाएँगी। बधाई हो!
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    Siddharth Varma

    मार्च 20, 2025 AT 17:32
    kya yeh ek naya trend hai? gavarnor ko pm office me daalna? ab toh koi bhi bank ka boss bhi pm ka sahayak ban sakta hai? 😂

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