एक हफ्ते में दूसरी बार चेल्सी को ब्राइटन के खिलाफ 3-0 की करारी हार का सामना करना पड़ा। एमेक्स स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में ब्राइटन ने शुरू से ही दबदबा बनाए रखा। पहले हाफ में ही काओरू मिटोमा ने 27वें मिनट में एक शानदार सोलो प्रयास से स्कोरिंग की शुरुआत की।
इसके बाद यांकुबा मिन्टेह ने 38वें मिनट में चेल्सी की रक्षा पंक्ति की गलतियों का फायदा उठाकर स्कोर को 2-0 कर दिया। मिन्टेह ने 63वें मिनट में अपनी दूसरी बार नेट में गेंद डालते हुए मैच को पूरी तरह से ब्राइटन के पक्ष में कर दिया। इस पूरे मैच में चेल्सी एक भी शॉट ऑन टारगेट नहीं दे पाई, जो उनकी आक्रमण क्षमता की कमी को दर्शाता है।
मैच के दौरान ब्राइटन के लिए कारु मिटोमा, यांकुबा मिन्टेह और डैनी वेल्बेक विशेष भूमिका निभाई। दूसरी ओर चेल्सी के कोल पामर और क्रिस्टोफर एनकुंकू का प्रदर्शन बहुत ही म्यूट रहा। विशेषकर मर्क कुकुरेला और फिलिप जोर्गेन्सन की रक्षात्मक खराबियाँ चेल्सी की हार का मुख्य कारण बनीं।
यह हार चेल्सी के चैंपियंस लीग की उम्मीदों को गहरा झटका देती है, जो अब प्रीमियर लीग की टॉप 4 में बने रहने की चुनौती का सामना कर रही है। चेल्सी मैनेजर एंज़ो मेरेस्का ने कुछ नए चेहरों को मैदान में उतारा, जिसमें जोर्गेन्सन को गोलकीपर के रूप में और लेवी कॉलविल को डिफेंस में शामिल किया गया, लेकिन उनकी रणनीतियाँ सफल नहीं हो सकीं।
ब्राइटन के लिए इस जीत के मायने और भी बढ़ जाते हैं, क्योंकि उन्होंने अपनी लय को बरकरार रखते हुए प्रीमियर लीग की शीर्ष टीमों में अपनी पकड़ मजबूत की है।