पिछले कुछ हफ्तों में तमिलनाडु पर लगातार बारिश ने कई शहरों को घेर लिया है। चennai से लेकर Coimbatore तक सड़कें पानी में डूब गईं, बाजार बंद हुए और लोग घर से बाहर निकलने से बचते रहे। अगर आप इस मौसम में यात्रा या काम करने की योजना बना रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
इसे समझना आसान नहीं है, पर मुख्य वजह दक्षिणी मॉनसून है जो अक्टूबर‑नोवम्बर में तीव्रता से आता है। इस साल एंटीसाइक्लोन सिस्टम ने समुद्री तापमान को बढ़ा दिया, जिससे वायुमंडल में जलवाष्प की मात्रा अधिक हुई और बारिश भारी पड़ रही है। मौसम विभाग कह रहा है कि अगले दो हफ़्ते तक हल्की‑से‑भारी बरिश जारी रहेगी, इसलिए तैयार रहना फायदेमंद रहेगा।
सबसे पहले तो घर की निचली मंजिलें और बेसमेंट जलरोधक बनाएं। अगर आपके पास रेत या बालू है तो दरवाज़े-खिड़की के नीचे थोड़ा भर दें, इससे पानी अंदर नहीं घुसता। बाहर निकलते समय ऊँचा जूता और वाटरप्रूफ़ बैग रखें; मोबाइल और दस्तावेज़ ऐसे कपड़ों में रखें जो जलरोधक हों। अगर सड़क जलमग्न हो तो गाड़ी चलाने से बचें – छोटी सी पैदल यात्रा या साइकिल भी सुरक्षित रहेगी।
स्थानीय सरकारी सूचना पर नजर रखें। कई बार अलर्ट एप्प्स और रेडियो के माध्यम से जल्दी चेतावनी मिल जाती है। अगर आप गांव में रहते हैं तो पंचायत की मीटिंग में भाग लें, वहाँ अक्सर बाढ़ नियंत्रण के लिए नई नहर या पंपिंग स्टेशन की जानकारी मिलती है।
खाने‑पीने को लेकर भी सावधानी बरतें। बारिश के बाद पानी दूषित हो सकता है, इसलिए बोतल वाले शुद्ध जल का इस्तेमाल करें और घर में स्टोर किए हुए खाने को दोबारा गर्म करके खाएं। अगर लक्षण जैसे उल्टी या दस्त हों तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें – ये अक्सर बाढ़‑जनित रोगों की शुरुआती निशानी होते हैं।
किसानों के लिए भी कुछ सुझाव हैं। खेत में पानी जमने से बचाने के लिये निचली जमीन को ढीला रखें, और फसलें जैसे धान या कद्दू जो अधिक पानी सहन कर सकें, उन्हें चुनें। अगर संभव हो तो जल संग्रहण टैंक बनाकर बारिश का पानी सहेज लें – इससे बाद में सूखे की स्थिति में काम आ सकता है।
सड़क यातायात पर भी असर पड़ रहा है। कई हाइवे और ग्रामीण रास्ते जलमग्न हैं, इसलिए GPS या स्थानीय सूचना बोर्ड से रूट अपडेट लेते रहें। अगर कोई पुल बंद हो तो वैकल्पिक मार्ग खोजें; अक्सर छोटी गलियां नहीं बल्कि बड़े राजमार्ग ही सुरक्षित होते हैं।
अंत में यह कहा जा सकता है कि बरिश खुद में खतरनाक नहीं, लेकिन उसके साथ आने वाली बाढ़ और जलभाषण को नजरअंदाज़ न करें। छोटे-छोटे कदमों से आप अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। अगर आपको अभी भी संदेह या सवाल हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें – हम जल्द जवाब देंगे।
चक्रवात फैंगल के तमिलनाडु में गंभीर रूप धारण करने की संभावना है और यह 27 नवंबर, 2024 को वहां पहुंचेगा, जिससे भारी बारिश होने की उम्मीद है। आईएमडी ने कई जिलों में भारी बारिश के लिए चेतावनी जारी की है। चेन्नई में स्कूलों के लिए अवकाश घोषित किया गया है। तमिलनाडु सरकार ने सतर्कता बरतते हुए, प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ और राज्य टीमों को भेजा है।