क्या आपने कभी सोचा है कि कौन से खिलाड़ी ने "द वॉल" का खिताब कमाया? वही हैं राहुल द्रविड़। उनके नाम पर हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी गर्व महसूस करता है, चाहे वह शुरुआती टेस्ट मैच हो या कोचिंग डेस्क पर उनका योगदान। इस लेख में हम उनकी कहानी, प्रमुख आँकड़े और हालिया खबरों पर नज़र डालेंगे – ताकि आप भी उनके सफर से जुड़ सकें।
द्रविड़ ने 1996 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट शुरू किया और जल्दी ही भरोसेमंद बॅट्समैन का दर्जा हासिल कर लिया। टेस्ट में उनका औसत 52.31 और कुल 36 शतक, विशेषकर उनकी लंबी पारीयों की पहचान है। उन्होंने भारत को कई कठिन स्थितियों से बाहर निकाला – 1999‑2000 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 233* जैसे यादगार इनिंग्स ने उन्हें ‘द वॉल’ बना दिया। ODI में भी उनका औसत 35.05 और 10 शतक दर्शाते हैं कि वह फॉर्मेट चाहे जो भी हो, टीम को स्थिरता देते रहे।
कप्तान के रूप में द्रविड़ की सबसे बड़ी जीत 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ थी, जहाँ उन्होंने खुद 180* बना कर मैच बचाया। इस जंगली पिच पर उनका धैर्य और तकनीकी समझ आज भी कई कोचिंग सत्रों में सीख दी जाती है।
खेल से संन्यास के बाद द्रविड़ ने भारतीय टीम की बॅट्समैन कोचिंग संभाली। उनकी शैली सरल, तकनीक‑आधारित और धैर्य पर केंद्रित है। कई युवा खिलाड़ी कहते हैं कि द्रविड़ का एक वाक्य “हर शॉट को सोच-समझ कर खेलो” ने उनके खेल में बदलाव लाया। 2023 में उन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट टीम की बॅट्समैन कोचिंग भी संभाली, जहाँ उनका योगदान स्पष्ट दिखा – टॉप‑ऑर्डर में स्थिरता और मध्यम गति वाले पिचों पर स्कोर बनाना आसान हुआ।
हाल ही में द्रविड़ ने भारत के युवा विकास कार्यक्रम ‘इंडिया एज़ अ क्रीकेटर’ में सलाहकार की भूमिका ली है। उनका मानना है कि बेसिक टेक्नीक को छोटे उम्र से सिखाने से भविष्य में बड़े‑बड़े क्रिकेट स्टार बनेंगे। इस पहल में उन्होंने कई स्कूलों और अकादमीज के साथ मिलकर टैलेंट स्काउटिंग कैंप आयोजित किए हैं।
समाज में उनका प्रभाव भी कम नहीं है। द्रविड़ अक्सर शैक्षिक संस्थानों में प्रेरणादायक भाषण देते हैं, जहाँ वे “सफलता का रास्ता मेहनत और ईमानदारी” को दोहराते हैं। उनके ये शब्द युवा वर्ग में बड़ी प्रशंसा पाते हैं।
तो, अगर आप राहुल द्रविड़ के बारे में गहरी जानकारी चाहते हैं – उनका करियर आँकड़े, कोचिंग दर्शन या नई खबरें – यहाँ सब कुछ एक जगह मिला है। अगले मैचों में उनके द्वारा सिखाए गए तकनीकी टिप्स देखिए और खुद भी “द वॉल” बनने की कोशिश कीजिए!
पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर को भारतीय क्रिकेट टीम का नया मुख्य कोच नियुक्त किया गया है। वे राहुल द्रविड़ की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल टी20 विश्व कप 2024 के बाद समाप्त हो गया था। बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने सोशल मीडिया पर इसकी घोषणा की। गंभीर के दस्ते में नवनिर्माण और उनकी अद्वितीय दृष्टि से भारतीय क्रिकेट के उज्ज्वल भविष्य की उम्मीदें जताई गई हैं।