जब बात आती है ODI श्रृंखला, एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट जहाँ दो टीमें एक दिन में 50 ओवर खेलती हैं और जीत के लिए पूरी टीम की जुटजुट लगती है. यह एक ऐसा फॉर्मेट है जहाँ एक बल्लेबाज़ का शतक, एक गेंदबाज़ का पांच विकेट, या एक कप्तान का फैसला पूरी श्रृंखला का नतीजा बदल सकता है। ये श्रृंखलाएँ सिर्फ खेल नहीं, बल्कि राष्ट्रीय गर्व की परीक्षा होती हैं।
भारत की महिला टीम ने ट्राय-नेशन सीरीज़, तीन टीमों के बीच खेली जाने वाली एक श्रृंखला जिसमें टूर्नामेंट का विजेता अंतिम मैच में तय होता है. यह एक ऐसा टूर्नामेंट है जो विश्व कप की तैयारी के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है जीत ली। रा. प्रेमेंडास स्टेडियम में श्रीलंका को 97 रन से हराकर उन्होंने अपनी टीम को विश्व कप के लिए एक मजबूत स्थिति दी। वहीं, अफ़्गानिस्तान और बांग्लादेश के बीच खेली गई ODI श्रृंखला में हशमतुल्लाह शहिदी की कप्तानी में अफ़्गानिस्तान ने 1-0 से लीड बना ली। ये मैच सिर्फ रन और विकेट नहीं, बल्कि नए देशों के लिए क्रिकेट में अपनी पहचान बनाने की लड़ाई हैं।
ODI श्रृंखला में आपको अक्सर ऐसे मैच दिखते हैं जहाँ बड़ी टीमें भी फेल हो जाती हैं। वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ जडेजा का शतक और चार विकेट, या हारीस रौफ़ की गेंदबाज़ी से पाकिस्तान का एशिया कप फाइनल में पहुँचना — ये सब ODI की अनिश्चितता का हिस्सा हैं। यह फॉर्मेट तब तक दिलचस्प रहता है जब तक एक बल्लेबाज़ या गेंदबाज़ अपनी टीम को जीत की ओर धकेल दे।
इस पेज पर आपको ऐसी ही कई ODI श्रृंखलाओं की खबरें मिलेंगी — जहाँ टीमों ने जीत दर्ज की, जहाँ नए तारे बने, और जहाँ एक अच्छा खेल भी नुकसान बन गया। चाहे वो भारत की महिला टीम हो, अफ़्गानिस्तान का जवान खिलाड़ी, या बांग्लादेश का एक अनसुना गेंदबाज़ — हर श्रृंखला के पीछे एक कहानी होती है। यहाँ आप उन सभी कहानियों को पढ़ेंगे।
केन विलियमसन ने माउंट मोआंगनुबी में इंग्लैंड के खिलाफ ODI में वापसी की, परिवार कारणों से अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धता सीमित। उनका ‘कैजुअल’ अनुबंध टीम को स्थिरता देता है।