जब बात ODI, वन डे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का फ़ॉर्मेट है जिसमें हर टीम को 50 ओवर खेलने का अवसर मिलता है, वन डे अंतरराष्ट्रीय की आती है, तो यह समझना जरूरी है कि यह फॉर्मेट कैसे खेल को तेज़ और तेज़-तर्रार बनाता है। यह फॉर्मेट क्रिकेट, बल्ले और गेंद के साथ दो टीमें प्रतिस्पर्धा करती हैं की शारीरिक और रणनीतिक मांगों को 50‑ओवर की सीमा में संक्षिप्त करता है। यही कारण है कि एशिया कप, एशिया में देशों के बीच आयोजित ODI‑टाइप टूर्नामेंट और विश्व कप, हर चार साल में आयोजित सबसे बड़ा ODI प्रतियोगिता दर्शकों के बीच खासा लोकप्रिय हैं।
ODI क्रिकेट की तीन मुख्य विशेषताएँ हैं: पहला, प्रत्येक टीम को 50 ओवर मिलते हैं (समय‑सीमा); दूसरा, टीमों को सीमित ओवर में अधिक रन बनाएँ और विकेट बचाएँ (रणनीति‑आधारित खेल); तीसरा, मैच आमतौर पर एक ही दिन में पूरा हो जाता है (दर्शक‑अनुकूलता)। इन गुणों के कारण राष्ट्रीय टीमें जैसे इंडियन टीम और पाकिस्तान टीम अक्सर तेज़ पिच और बदलते मौसम का फायदा उठाकर रणनीतियों को बदलती रहती हैं। उदाहरण के तौर पर, 2025 के एशिया कप फाइनल में भारत‑पाकिस्तान की टकराव ने दिखाया कि कैसे तेज़ बॉलिंग और पावरहाउस बल्लेबाज़ी मिलकर मैच को रोमांचक बना सकती है।
इस पृष्ठ पर हम ODI से जुड़ी विविध खबरों को व्यवस्थित कर रहे हैं, जिसमें हाल के टूर्नामेंट के परिणाम, खिलाड़ी प्रदर्शन, तकनीकी बदलाव और क्रिकेट बोर्डों के निर्णय शामिल हैं। आप यहाँ भारत‑वेस्ट इंडीज़ टेस्ट से लेकर बाइटकॉइन जैसी आर्थिक खबरों तक की विविधता देखेंगे, लेकिन मुख्य फोकस ODI फॉर्मेट और उसके जुड़े प्रमुख इवेंट्स पर रहेगा। पढ़ते रहिए, क्योंकि आने वाले लेखों में आप ODI के ऐतिहासिक आंकड़े, आगामी शेड्यूल और खिलाड़ियों की व्यक्तिगत कहानियों से भी परिचित होंगे।
अब नीचे दी गई सूची में आप ODI‑सम्बन्धी नवीनतम रिपोर्ट, मैच विश्लेषण और विशेषज्ञ राय पाएँगे, जो आपकी क्रिकेट समझ को और गहरा बनाएगी।
अफ़्गानिस्तान ने बांग्लादेश के विरुद्ध 1-0 सीरीज़ लीड के साथ शेख़ ज़ायेद स्टेडियम में दूसरा ODI खेला, जहाँ कप्तान हशमतुल्लाह शहिदी की टीम जीत के हकदार बनी, जिससे श्रृंखला का नतीजा तय हुआ।