जब बात मिथुन, एक वायु‑तत्व वाली राशि है, जो मई 21 से जून 20 तक जन्म लेता है. Also known as Gemini, it influences communication, curiosity and adaptability.
मिथुन राशिचक्र के द्वितीय स्थान पर स्थित है, इसलिए इसका प्रतिनिधित्व दोहरी प्रकृति से होता है—एक ही समय में दो विचारों को संभालना। यह द्वैती प्रकृति ज्योतिष, विज्ञान जिसका उपयोग ग्रह‑नक्षत्र की स्थिति से व्यक्तित्व समझने में होता है में अक्सर देखी जाती है। ज्योतिष के अनुसार, बुध ग्रह मिथुन को शासित करता है, जिससे तेज़ी से सोचने की क्षमता और बदलते माहौल में लचीलापन बढ़ता है। इन तीन घटकों—तत्व, ग्रह और द्वैती प्रकृति—के बीच स्पष्ट संबंध है: मिथुन का वायु तत्व सामाजिक संवाद को बढ़ावा देता है, जबकि बुध की चाल इस संवाद को तेज़ बनाती है।
अब बात करते हैं भविष्यवाणी, वर्ष‑भर की घटनाओं के संभावित प्रभावों की विस्तृत झलक की। 2025 में मिथुन के लिए स्वास्थ्य में हल्की‑फुल्की समस्याएं जैसे पाचन संबंधी असंतुलन देखे जा सकते हैं, लेकिन नियमित व्यायाम और मध्यस्थ योग इन प्रभावों को कम कर सकते हैं। वित्तीय पक्ष पर, पहली तिमाही में छोटे‑छोटे निवेश लाभ दे सकते हैं, जबकि तीसरी तिमाही में बड़ी ख़रीदारी—जैसे घर या कार—का फैसला सोच‑समझ कर करना चाहिए। करियर में मिथुन के लोग अक्सर शिक्षा, यात्रा और मीडिया से जुड़े क्षेत्रों में आकर्षित होते हैं; इस वजह से वीज़ा अपडेट या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के बारे में समाचार (जैसे छात्र वीज़ा में गिरावट या अंतरराष्ट्रीय खेल समाचार) उनकी रुचि को संभालते हैं। इसलिए, इस टैग पेज में आप शिक्षा‑सम्बन्धी अवसर, खेल‑सम्बन्धी विश्लेषण और यात्रा‑संबन्धी अपडेट जैसे लेख पाएंगे, जो मिथुन की बहुआयामी रुचियों से मेल खाते हैं।
साथ ही, प्रेम‑जीवन में मिथुन को संतुलन चाहिए; सच्ची समझ और खुली बातचीत संबंध को मजबूत बनाती है। अगर आप रासायनिक जुड़ाव या भावनात्मक उन्माद से बचना चाहते हैं, तो अपने साथी के साथ नियमित संवाद को प्राथमिकता दें। इस तरह की सलाह इस टैग के तहत आने वाले कई लेखों में विस्तृत रूप से दी गई है।
इन सब बिंदुओं को समझने के बाद आप नीचे दी गई लेख सूची में अपने सवालों के जवाब, टिप्स और विश्लेषण आसानी से खोज सकते हैं। तैयार रहें, क्योंकि अगले हिस्से में मिथुन से जुड़ी खबरें, भविष्यवाणियां और व्यावहारिक सलाह आपका इंतजार कर रही हैं।
12 अक्टूबर 2025 का राशिफल कई योगों के कारण मिथुन, तुला और धनु जातकों को विशेष लाभ देता है; गुरु‑चंद्रमा का गजकेसरी योग और अंक 3 की ऊर्जा मिलकर वित्तीय और स्वास्थ्य सफलता का वादा करती है।