झारखंड विधानसभा चुनाव 2025 – क्या है नया?

झारखंड में इस साल फिर से बड़े स्तर पर राजनीति का खेल शुरू हो रहा है। राज्य की कुल 81 सीटें दांव पर हैं और हर पार्टी अपना सबसे भरोसेमंद उम्मीदवार पेश कर रही है। अगर आप पहली बार वोट डाल रहे हैं या पिछले चुनावों में भाग नहीं ले पाए, तो ये गाइड आपके लिए बना है – आसान भाषा में, बिना किसी जटिलता के.

मुख्य पार्टियाँ और उनका खेल

भाजपा (बीजेडी) को अभी तक सबसे बड़ा फायदा दिख रहा है। राज्य के कई जिलों में उन्होंने पहले से ही गठबंधन कर लिया है, जैसे जैन पार्टी, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के साथी. भाजपा का मुख्य फोकस रोजगार, खनन क्षेत्रों की सुरक्षा और बुनियादी ढाँचा बनाने पर है.

जैन पार्टी झारखंड में खासा असर रखती है। उनका मुख्य आधार आदिवासी इलाकों में है और वे जमीन अधिकार, वन संरक्षण और स्थानीय विकास को प्रमुख मुद्दे बना रहे हैं. कई बार उन्होंने भाजपा के साथ समझौता करके गठबंधन किया है.

जवाबदार कांग्रेस (इंडिया) भी पूरी ताकत से चुनाव लड़ रही है। उनके पास कुछ अनुभवी नेता हैं जो शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय को प्राथमिकता दे रहे हैं. इस बार उन्होंने युवा उम्मीदवारों पर भरोसा बढ़ाया है ताकि नई ऊर्जा लाई जा सके.

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (आरसीपी) और भारतीय जनतांत्रिक यूनियन (बीजेयू) भी छोटे‑छोटे क्षेत्रों में मजबूत हैं। इनका लक्ष्य स्थानीय मुद्दों – जैसे जल सप्लाई, सड़क निर्माण और स्कूटर सुविधाएँ – को उठाना है.

मुख्य चुनावी मुद्दे

झारखंड के मतदाता कई कारणों से उत्साहित हैं:

  • आधारभूत विकास: कई ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी बिजली, पानी और सड़क की कमी है. यह सबसे बड़ा शिकायत बिंदु है.
  • खनन नीति: राज्य में बहुत सारे खनिज हैं, पर स्थानीय लोगों को इसका लाभ कम मिल रहा है. पार्टी‑पार्टी इसको लेकर अलग‑अलग वादे कर रही हैं.
  • रोज़गार और कौशल प्रशिक्षण: युवा बेरोजगारी बढ़ती जा रही है, इसलिए नौकरी के अवसर और सिखाने वाले कोर्स पर जोर दिया जा रहा है.
  • आदिवासी अधिकार: जमीन का सवाल, वन संरक्षण और स्वायत्तता की मांग हमेशा चुनाव में ऊँचा रहता है.
  • कानून‑व्यवस्था: कई क्षेत्रों में अपराध और नशा समस्या है. सुरक्षा के वादे हर पार्टी ने अपने एजेंडा में रखा है.

इन मुद्दों पर पार्टियों की घोषणाएँ अक्सर बदलती रहती हैं, इसलिए वोट डालते समय उम्मीदवार का ट्रैक रिकॉर्ड देखना जरूरी है.

वोट कैसे दें – आसान टिप्स

1. अपनी एन्करमेंट नंबर जांचें: वेबसाइट या नजदीकी मतदान केंद्र पर जाकर अपना एन्करमेंट नंबर पता कर लें.
2. पहचान पत्र साथ रखें: वोटिंग के दिन फोटो आईडी (आधार कार्ड, पैन) अनिवार्य है.
3. समय सीमा याद रखें: मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है. देर न करें, क्योंकि कई बार लाइन लंबी हो जाती है.
4. बॉलेट या मोबाइल पर रिव्यू पढ़ें: उम्मीदवार की पिछली कामगिरी और वादों को दोबार देखें.
5. परिवार के साथ चर्चा करें: मत देने से पहले घर में छोटी‑छोटी बातें करके एकजुट रहें.

अगर आप पहली बार वोट दे रहे हैं, तो मतदान केंद्र पर स्टाफ मदद करेगा – बस शांत रहिए और निर्देशों का पालन कीजिए. याद रखें, आपका वोट न सिर्फ आपकी आवाज़ है बल्कि पूरे जिले के भविष्य को आकार देता है.

झारखंड विधानसभा चुनाव 2025 आपके हाथ में है. सही जानकारी, समझदारी से चुने हुए उम्मीदवार और समय पर मतदान करने से आप अपने राज्य की दिशा तय कर सकते हैं. तो तैयार हो जाइए, अपनी वोटिंग कार्ड ले आइए और इस बार का इतिहास लिखिए!

चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने की अफवाहों पर झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्रतिक्रिया

झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर प्रतिक्रिया दी है। चुनावी माहौल में सोरेन के दिल्ली आने के सुझावों ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। JMM में आंतरिक संघर्षों और चंपई सोरेन की अनिच्छुक मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद से पार्टी में तनाव बढ़ गया है।