अगर आप कभी हिन्दू कैलेंडर देखते हैं तो ‘एकादशी’ शब्द अक्सर दिखेगा। यह हर महीने की द्वितीय चंद्रमा (अवधि) के 11वें दिन आता है और इसे व्रत रखना बहुत प्रचलित है। लोग इसे भगवान विष्णु को समर्पित करके उपवास करते हैं, क्योंकि मानते हैं कि इस दिन शुद्धता बढ़ती है और स्वास्थ्य में भी लाभ मिलता है।
एकादशी का सबसे बड़ा फायदा माना जाता है शरीर की डिटॉक्सिफिकेशन प्रक्रिया को तेज करना। उपवास के दौरान शरीर जमा हुए टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है और पाचन तंत्र आराम करता है। इसके अलावा, धार्मिक मान्यताएँ बताती हैं कि इस दिन भगवान विष्णु का विशेष कृपा प्राप्त होता है जिससे मन की शांति मिलती है। कई लोग इसे आध्यात्मिक विकास के लिए भी चुनते हैं – ध्यान, प्रार्थना और मंत्र जप करने से मानसिक फोकस बेहतर होता है।
एकादशी को ‘भोगी’ व्रत कहा जाता है क्योंकि इस दिन फल, दूध, घी और शुद्ध शाकाहारी भोजन ही स्वीकार्य माना जाता है। मांस, अंडा, प्याज‑लहसुन आदि सभी से बचना चाहिए। अगर आप पहली बार रख रहे हैं तो हल्का फलों का रस या नारियल पानी पीकर शुरुआत कर सकते हैं।
1. **तारीख पता करें** – हर महीने की एकादशी अलग‑अलग दिन आती है। आप कैलेंडर में ‘शुक्ल पक्ष’ या ‘कृष्ण पक्ष’ के 11वें दिन को देख सकते हैं, या मोबाइल ऐप से अलर्ट सेट कर लें।
2. **भोजन योजना बनाएं** – व्रत के पहले दो घंटे में हल्का फल (केला, पपीता) और नट्स खा लीजिए। दिन भर में केवल शुद्ध पानी, नारियल पानी या दही का सेवन करें। शाम को यदि भूख लगे तो फलों की चाट या कच्ची सब्ज़ियां खा सकते हैं।
3. **सक्रिय रहें** – हल्की चलने‑फिरने, योग और प्राणायाम से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है। भारी काम या तेज़ व्यायाम से बचें, क्योंकि उपवास की स्थिति में शरीर को आराम चाहिए।
4. **ध्यान/भजन** – विष्णु के नाम जपें या पसंदीदा भजनों को सुनें। इससे मन शांत रहता है और व्रत का आध्यात्मिक असर बढ़ता है।
5. **व्रत तोड़ने की सही समय** – सूर्योदय के बाद पहला भोजन ‘भोग’ कहा जाता है। इसे हल्का रखें, जैसे उबला आलू या दलिया, फिर धीरे‑धीरे सामान्य आहार पर वापस आएँ।
यदि आप स्वास्थ्य कारणों से पूरी तरह व्रत नहीं रख सकते तो ‘आंशिक व्रत’ भी चलेगा – सिर्फ शाकाहारी भोजन और हल्का स्नैक्स। सबसे जरूरी है अपने शरीर की सुनना; अगर सिर चक्कर या कमजोरी लगे तो तुरंत पानी पिएँ और डॉक्टर से सलाह लें।
एकादशी व्रत को नियमित रखने से आपको ऊर्जा, मन की स्पष्टता और शारीरिक तंदुरुस्ती मिल सकती है। चाहे आप धार्मिक कारणों से रखें या स्वास्थ्य के लिए, ऊपर दिए कदमों को फॉलो करके आप इसे आसानी से अपना सकते हैं।
देवशयनी एकादशी, जो हिन्दू धर्म में एक महत्त्वपूर्ण त्योहार है, 17 जुलाई 2024 को पड़ रहा है। इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की नींद में जाते हैं। भक्तगण व्रत रखते हैं, पूजा करते हैं और विशिष्ट अनुष्ठान का पालन करते हैं। इस व्रत का उद्देश्य मोक्ष (मुक्ति) प्राप्त करना और पापों से छुटकारा पाना होता है।