श्रीलंका का शानदान प्रदर्शन
श्रीलंका ने अपने ग्रुप डी के आखिरी मुकाबले में नीदरलैंड्स को 83 रनों से हराया। इस मैच में श्रीलंका ने शानदार बल्लेबाजी की और 202 रनों का मजबूत लक्ष्य रखा, जिसे नीदरलैंड्स ने पूरा करना मुश्किल समझा
शानदार बल्लेबाजी प्रदर्शन
श्रीलंका का मध्यक्रम इस मैच में अपनी पूरी चमक में दिखा। एंजेलो मैथ्यूज़ ने 15 गेंदों में 30 रन बनाए और कप्तान वानिंदु हसरंगा ने 10 गेंदों में 20 रन जोड़े। लेकिन इस मैच के असली हीरो चारिथ असालनका निकले, जिन्होंने सिर्फ 21 गेंदों में 46 रन बनाए, जिसमें पांच छक्के शामिल थे
इन शानदार प्रदर्शन के कारण असालनका को 'प्लेयर ऑफ द मैच' के खिताब से नवाज़ा गया। उन्होंने अपने प्रदर्शन का श्रेय अनुकूल परिस्थितियों को दिया।
गेंदबाजों का उम्दा प्रदर्शन
चेज के दौरान नीदरलैंड्स के ओपनर माइकल लेविट और मैक्स ओ'डॉड ने 4.2 ओवर में 45 रन बनाए थे, लेकिन टीम की प्रतिरोध आखिरकार खत्म हो गई जब महेश तीक्षाना ने लेविट को स्टंप आउट कर दिया। वहीँ स्लिंजर नुवान तुषारा ने 24 रन देकर तीन विकेट लिए और मथीशा पथिराना ने 12 रन देकर दो विकेट हासिल किए।
कप्तान वानिंदु हसरंगा ने टीम की सफलता को प्रारंभिक ओवरों में ज्यादा विकेट ना खोने का नतीजा बताया। यही शुरुआती विकेट बचाना मैच में निर्णायक साबित हुआ।
नीदरलैंड्स की प्रतिक्रिया
मैच के बाद नीदरलैंड्स के कप्तान स्कॉट एडवर्ड्स ने स्वीकार किया कि उनकी टीम उच्च गुणवत्ता वाली टीमों के खिलाफ संघर्ष करती नजर आई और उनकी बल्लेबाजी में कोई बड़ी पारी नहीं हो सकी। इस हार के बावजूद नीदरलैंड्स ने अपनी लड़ाई जारी रखी और भविष्य के लिए सीखने की बात कही।
इस जीत का महत्व श्रीलंका के लिए था, हालांकि यह सुपर आठ के लिए क्वालीफाई करने के लिए काफी नहीं था।