Netflix पर धमाल मचाने को तैयार: दुलकर सलमान की थ्रिलर "लकी भास्कर" अब ओटीटी पर

Netflix पर धमाल मचाने को तैयार: दुलकर सलमान की थ्रिलर "लकी भास्कर" अब ओटीटी पर

"लकी भास्कर" का ओटीटी प्रीमियर और दुलकर सलमान का जादू

दक्षिण भारतीय सिनेमा के लोकप्रिय अभिनेता दुलकर सलमान की नवीनतम फिल्म "लकी भास्कर" अब नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है। इस फिल्म को तेलुगू भाषा में बनाया गया है और यह एक पीरियड क्राइम थ्रिलर है जो दर्शकों को एक रोमांचक यात्रा पर ले जाती है। फिल्म में दुलकर सलमान के साथ मीनाक्षी चौधरी ने अहम भूमिका निभाई है। फिल्म के निर्देशन की बागडोर वेंकी एटलुरी ने संभाली है, जो फिल्म के हर दृश्यों में दिखता है।

यह फिल्म 31 अक्टूबर 2024 को थिएटर में रिलीज हुई थी और इसे आलोचकों और दर्शकों से अत्यधिक सराहना मिली। इसकी कहानी एक मध्यम वर्गीय बैंक क्लर्क, भास्कर कुमार के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी स्थिर जीवन शैली को अद्वितीय रोमांच के साथ बदलने का सपना देखता है। उसकी यह ख्वाहिश उसे ऐसे स्थितियों में डाल देती है जहां वह वित्तीय धोखाधड़ी में उलझ जाता है। इस फिल्म ने केवल भारत में बॉक्स ऑफिस पर 80 करोड़ रुपये की शुद्ध कमाई की और वैश्विक स्तर पर 107 करोड़ रुपये की जुटाई।

नेटफ्लिक्स पर फिल्म की उपलब्धता

नेटफ्लिक्स ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर घोषणा कर दी कि "लकी भास्कर" 28 नवंबर 2024 से उनके प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीम करने के लिए उपलब्ध होगी। यह फिल्म तेलुगू के अलावा तमिल, मलयालम, कन्नड़, और हिंदी में भी उपलब्ध होगी। इसके साथ ही इंग्लिश सबटाइटल्स भी दिए गए हैं, जो गैर-तेलुगू दर्शकों को फिल्म का समझने में मदद करेंगे।

फिल्म का संगीत और कलाकारों का योगदान

फिल्म का संगीत जीवी प्रकाश कुमार ने दिया है, जो कि दक्षिण भारतीय फिल्मों के प्रख्यात संगीतकार हैं। इस फिल्म का संगीत न केवल कहानी को उठाता है बल्कि इसे मनोरंजक भी बनाता है। फिल्म में रामकी सहित अन्य कलाकारों ने भी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं, जिन्होने अपने अभिनय से कहानी में चार चांद लगाए हैं। कलाकारों के प्रतिभा और टीम की मेहनत ने इसे एक अद्वितीय अनुभव बनाया है।

कहानी और दर्शकों पर प्रभाव

कहानी की नायिका, दुलकर सलमान के किरदार का उत्थान और पतन, उसके संघर्ष और उसकी उस दुनिया की खोज, जिसे वह जानता नहीं है, दर्शकों को पूरी तरह से बांध कर रखती है। यह फिल्म न केवल रोमांचक है, बल्कि दर्शकों को एक गहरी सोच पर भी मजबूर करती है कि किस प्रकार एक व्यक्ति की ख्वाहिशें उसकी वास्तविकता को बदल सकती हैं। इस फिल्म का प्रारंभ से अंत तक दर्शकों पर गहरा असर पड़ता है।

"लकी भास्कर" न केवल अपनी कहानी या अभिनय से, बल्कि इसके रुपए-वप्रचार में भी सफलता के झंडे गाड़ती है, जो आज के दौर की सिनेमा में बहुत कम देखने को मिलता है।