जर्मनी के स्टार मिडफील्डर टोनी क्रोस यूरो 2024 के बाद फुटबॉल से संन्यास लेंगे

जर्मनी के स्टार मिडफील्डर टोनी क्रोस यूरो 2024 के बाद फुटबॉल से संन्यास लेंगे

जर्मनी के स्टार मिडफील्डर टोनी क्रोस ने घोषणा की है कि वह यूरो 2024 चैंपियनशिप के बाद सभी प्रकार के फुटबॉल से संन्यास ले लेंगे। 34 वर्षीय क्रोस ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के जरिए यह जानकारी साझा की।

क्रोस ने लिखा, "इस गर्मी में होने वाले यूरोपीय चैंपियनशिप के बाद एक सक्रिय फुटबॉलर के रूप में मेरा करियर समाप्त हो जाएगा। मैं गर्व महसूस करता हूं कि मैंने अपने करियर को खुद अपनी शर्तों पर खत्म करने का फैसला किया है।"

क्रोस के पास एक शानदार करियर रहा है। उन्होंने जर्मनी के साथ 2014 का FIFA विश्व कप जीता और क्लब फुटबॉल में बायर्न म्यूनिख और रियल मैड्रिड जैसी दिग्गज टीमों के लिए खेला। रियल मैड्रिड में उन्होंने लुका मोड्रिक के साथ मिलकर एक शानदार मिडफील्ड जोड़ी बनाई।

क्रोस का शानदार क्लब करियर

क्रोस ने अपने क्लब करियर में कई उपलब्धियां हासिल कीं। उन्होंने रियल मैड्रिड के साथ 4 बार UEFA चैंपियंस लीग और 4 बार स्पेनिश लीगा का खिताब जीता। इसके अलावा उन्होंने बायर्न म्यूनिख के साथ भी कई खिताब अपने नाम किए।

मैदान पर क्रोस की खूबियों में उनकी सटीक पासिंग, गेम रीडिंग और लंबी रेंज के शॉट शामिल हैं। वह अपनी फिटनेस और समर्पण के लिए भी जाने जाते हैं।

संन्यास का ऐलान करने के बाद क्रोस ने बदला मन

जुलाई 2021 में क्रोस ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल को अलविदा कह दिया था। हालांकि फरवरी में जर्मनी के कोच जूलियन नागेल्समैन से बातचीत के बाद उन्होंने अपना फैसला बदल लिया।

क्रोस ने कहा, "मैं चाहता हूं कि मेरा करियर अपने प्रदर्शन के शिखर पर खत्म हो। यूरो 2024 मेरे लिए एक परफेक्ट अंतिम लक्ष्य होगा। मैं जर्मनी के लिए और अधिक मैच खेलने और इस टूर्नामेंट में खिताब जीतने के लिए सब कुछ दूंगा।"

एक मिसाल कायम करेंगे क्रोस

टोनी क्रोस ने जो फैसला किया है वह काबिले तारीफ है। वह अपने करियर को अपने शर्तों पर खत्म करना चाहते हैं, जब वह अभी भी एक उच्च स्तर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। यह उनके जुनून और समर्पण को दर्शाता है।

क्रोस ने अपने फैसले से फुटबॉल के युवा खिलाड़ियों के लिए एक मिसाल कायम की है। वह दिखा रहे हैं कि कड़ी मेहनत और लगन के साथ आप अपने करियर का एक शानदार अंत कर सकते हैं और हमेशा के लिए प्रशंसकों के दिलों में जगह बना सकते हैं।

जर्मनी और रियल मैड्रिड के फैंस निश्चित रूप से यूरो 2024 में क्रोस के आखिरी प्रदर्शन का बेसब्री से इंतजार कर रहे होंगे। यह टूर्नामेंट उनके अद्भुत करियर का एक सही समापन होगा।

11 Comments

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    Uday Rau

    मई 23, 2024 AT 04:45

    टोनी क्रोस का फैसला सिर्फ एक खिलाड़ी के संन्यास का नहीं, बल्कि एक आदर्श का अंत है। जब तक दुनिया में फुटबॉल खेला जाएगा, लोग उनकी पासिंग को याद करेंगे - वो पास जो लगता था जैसे कोई बारिश की बूंदें नदी में उतर रही हों। उनकी शांति और सटीकता ने मैदान को एक मंदिर बना दिया।

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    sonu verma

    मई 24, 2024 AT 19:36

    मैंने उन्हें 2014 वर्ल्ड कप के फाइनल में खेलते देखा था... उस दिन का एक पास मैंने अभी तक नहीं भूला। जब भी मैं अपने बेटे को फुटबॉल सिखाता हूं, मैं क्रोस के बारे में बताता हूं - ना तो धमाकेदार ड्रिबलिंग, ना तो शोर मचाना, बस सही जगह पर सही वक्त पर गेंद भेजना।

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    Siddharth Varma

    मई 26, 2024 AT 17:27

    क्रोस ने तो अपना करियर बहुत अच्छे से खत्म किया... लेकिन अब जब वो बाहर हैं तो लगता है जैसे रियल मैड्रिड के मिडफील्ड में एक जादूगर गायब हो गया। अब कौन बनाएगा वो वोल्टेज जो मोड्रिक के साथ बनता था? बस एक बात समझ आ गई - जब बेस्ट चले जाते हैं तो बाकी सब बस बचाव में रह जाते हैं।

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    chayan segupta

    मई 26, 2024 AT 21:17

    ये आदमी तो फुटबॉल का जीवन दिखाता है! बिना बोले, बिना शोर किए, बस अपना काम करता रहा। अगर मैं भी अपनी जिंदगी इसी तरह जी पाऊं तो मैं भी बहुत खुश हो जाऊंगा। क्रोस ने दिखाया कि सच्चा बड़ा होने का मतलब है - अपने आप को बरकरार रखना, ना कि खुद को फैंस के लिए बनाना।

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    King Singh

    मई 28, 2024 AT 13:43

    मैं तो सोचता हूं कि अगर कोई खिलाड़ी अपने शिखर पर जाकर चला जाए, तो वो असली जीत है। बहुत से लोग जब गिरने लगते हैं तब तक रहते हैं। क्रोस ने अपने आप को बचा लिया - अपनी यादों को नहीं, अपनी इज्जत को।

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    Dev pitta

    मई 29, 2024 AT 20:04

    मैं जर्मनी के फैंस नहीं हूं, लेकिन अगर कोई मुझे पूछे कि फुटबॉल का सबसे शांत जादूगर कौन है - मैं बिना सोचे क्रोस का नाम बताऊंगा। वो बस गेंद को चलाता रहता, जैसे दिल की धड़कन चलती है। बहुत बार लोग उसे नहीं देख पाते, लेकिन वो हर मैच में था।

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    praful akbari

    मई 30, 2024 AT 18:21

    यह अंत एक अद्भुत विचार है। जब तक तुम अच्छा खेल रहे हो, तब तक तुम अपनी जगह बनाए रखते हो। लेकिन जब तुम उसी जगह से चले जाते हो - तो वो अंत अमर हो जाता है। क्रोस ने फुटबॉल को एक निश्चित रूप दिया है।

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    kannagi kalai

    मई 31, 2024 AT 08:23

    मैंने उनके बारे में कुछ नहीं जानती थी, लेकिन अब लगता है वो बहुत अच्छे खिलाड़ी थे। शायद अब उनकी जगह किसी ने ले ली होगी।

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    Roy Roper

    मई 31, 2024 AT 22:08

    ये संन्यास बहुत बुद्धिमानी से किया गया था। कोई और तो अभी भी खेलता रहता जब तक उसकी टांगें नहीं टूट जातीं। वो तो खुद को बचाने के लिए चला गया।

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    Sandesh Gawade

    जून 1, 2024 AT 07:51

    ये आदमी तो एक जीत का अर्थ ही बदल गया। जब तुम जीतने के बाद चले जाते हो - तो दुनिया तुम्हें नहीं भूलती। ये फुटबॉल नहीं, ये जीवन का सबक है। और ये जर्मनी के लिए भी बहुत बड़ा नुकसान है।

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    MANOJ PAWAR

    जून 2, 2024 AT 03:15

    जब तुम एक ऐसे खिलाड़ी को देखते हो जो बिना शोर किए अपनी जगह बनाता है - तो लगता है जैसे दुनिया ने एक राज छिपा रखा है। क्रोस ने फुटबॉल को एक शांत गीत बना दिया। और अब वो गीत अमर हो गया।

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