मुंबई में मूसलाधार बारिश का कहर
मुंबई में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर ने 300 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की है, जिससे न केवल सड़कों और रेल मार्गों पर पानी भर गया है, बल्कि कई घर भी ढह गए हैं और वाहनों के बह जाने की खबरें भी आई हैं।
रेल सेवाओं पर प्रभाव
भारी बारिश का सबसे बड़ा प्रभाव रेलवे सेवाओं पर पड़ा है। वडाला और जीटीबी स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर पानी भरने के कारण उप-नगरीय रेलवे सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं। यह रुकावट न केवल यात्रियों के लिए असुविधाजनक साबित हो रही है बल्कि रेलवे अधिकारियों के लिए भी बड़ी चुनौती बन गई है। अधिकारियों के मुताबिक, ट्रैक से पानी निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि जल्द से जल्द सेवाएं बहाल की जा सकें।
मकानों का ढहना और वाहनों का बहना
मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में कई मकान बारिश में ढह गए हैं, जिससे कई परिवार बेघर हो गए हैं। अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में जुटी हुई है। इसके अलावा, पानी के तेज बहाव में कई वाहन बह गए हैं, जिनमें कार, बाइक, और अन्य वाहन शामिल हैं।
ठाणे जिले का हाल
ठाणे जिले में स्थित शाहपुर तालुका में स्थित एक पुल बारिश की वजह से बह गया है। बारंगी नदी में बाढ़ आ जाने से कई क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं। इस दौरान ठाणे में 54 लोगों को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से सुरक्षित बाहर निकाला गया। वहां की स्थिति में सुधार लाने के लिए प्रशासन लगातार काम कर रहा है।
बीएमसी और एयरलाइनों का कदम
मुंबई में हालात को देखते हुए बीएमसी ने अपने कर्मचारियों के लिए छुट्टी की घोषणा की है। साथ ही एयरलाइनों ने भी यात्रियों के लिए परामर्श जारी किए हैं, जिसमें खराब मौसम के चलते उड़ानों में देरी या रद्द होने की जानकारी दी गई है। यात्रियों को समय-समय पर स्थिति का जायजा लेने की सलाह दी गई है।
बचाव और राहत कार्य
प्रशासन और राहत कर्मियों की टीमें लगातार बचाव और राहत कार्यों में जुटी हुई हैं। जहां भी जरूरत हो, वहां राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
मुंबई की यह प्राकृतिक आपदा एक बार फिर से यह संदेश देती है कि हमें प्राकृतिक आपदाओं के लिए पहले से तैयार रहना चाहिए। हालांकि प्रशासन अपने स्तर पर हर संभव प्रयास कर रहा है, लेकिन नागरिकों को भी समझदारी दिखाते हुए सतर्क रहना होगा और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करना चाहिए।