रेबेका चेप्टेगी की दुखद मौत
युगांडा की 33 वर्षीय ओलंपियन रेबेका चेप्टेगी की 5 सितंबर, 2024 को एक भयावह घटना में जान चली गई। चेप्टेगी को उनके बॉयफ्रेंड, डिक्सन नडीमा मरांगाच द्वारा आग के हवाले कर दिया गया था। यह घटना केन्या के एंडेबेस, ट्रांस-नज़ोइया में स्थित उनके निवास पर घटित हुई। उनके शरीर का 80 प्रतिशत हिस्सा जल गया था और वे गंभीर हालत में थी। डॉ. भीषण प्रयासों के बावजूद चेप्टेगी की अंग खराब हो जाने के कारण मृत्यु हो गई।
घटना का विवरण
इस भयावह घटना के दौरान चेप्टेगी की एक बेटी ने यह सब देखा और जब वह अपनी माँ को बचाने का प्रयास कर रही थी, तब मरांगाच ने उसे भी लात मारी। अंततः उसने सहायता के लिए पुकारा, जिसके बाद एक पड़ोसी आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन वह सफल नहीं हो सका। चेप्टेगी के अंग खराब होने के कारण उनकी मृत्यु हो चुकी है। इस घटना में मरांगाच भी 30 प्रतिशत जल गया है।
घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज
रेबेका चेप्टेगी की मौत ने समाज में घरेलू हिंसा की गंभीरता को उजागर कर दिया है। युगांडा एथलेटिक्स फेडरेशन और अन्य संस्थाओं ने इस घटना की निंदा की है और न्याय की मांग की है। ध्यान देने योग्य है कि यह घटना ऐसे ही कई अन्य मामलों की कड़ी का हिस्सा है।
कुछ अन्य दुखद घटनाएँ
- इससे पहले भी केन्या में एथलीट दामारिस मुतुआ और एग्नेस तिरोप की हत्या हो चुकी है।
- केन्या राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार, 15 वर्ष की उम्र से अब तक 34 प्रतिशत महिलाओं ने शारीरिक हिंसा का सामना किया है।
इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि केन्या में घरेलू हिंसा एक गंभीर समस्या बनी हुई है।
रेबेका चेप्टेगी का खेल जीवन
रेबेका चेप्टेगी ने हाल ही में पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लिया था, जहां उन्होंने मैराथन में 44वां स्थान प्राप्त किया था। उनके खेल जीवन और उपलब्धियों को देखते हुए, उनकी यह मौत पूरे खेल जगत को हिला कर रख दिया है। चेप्टेगी का खेल में उत्कृष्ट योगदान ने उन्हें युगांडा का प्रमुख एथलीट बना दिया था।
समाज में जागरूकता की आवश्यकता
रेबेका की दुखद मौत हमें इस बात का अहसास कराती है कि समाज में घरेलू हिंसा के खिलाफ अधिक जागरूकता और कदम उठाने की जरूरत है। कुशल खेल जगत की उपयोगिता इस प्रकार की घटनाओं में ना खो जाये, इसके लिए हमें जागरूक और तत्पर होना पड़ेगा। आशा करते हैं कि इस घटना से प्रेरणा लेकर समाज में कुछ सकारात्मक परिवर्तन आएगा और कल को किसी अन्य रेबेका की जिंदगी सुरक्षित रहेगी।
manivannan R
सितंबर 7, 2024 AT 15:45sonu verma
सितंबर 8, 2024 AT 16:37Uday Rau
सितंबर 9, 2024 AT 06:02chayan segupta
सितंबर 10, 2024 AT 09:58Siddharth Varma
सितंबर 10, 2024 AT 12:59Vikky Kumar
सितंबर 11, 2024 AT 21:24