गूगल में प्रबंधकीय पदों में कटौती: एक नया अध्याय
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने हाल ही में की गई एक ऑल-हैंड मीटिंग में एक महत्वपूर्ण घोषणा की, जिसमें उन्होंने यह बताया कि कंपनी ने अपने प्रबंधकीय पदों में 10% की कटौती करने का निर्णय लिया है। इन पदों में निदेशक और उपाध्यक्ष शामिल हैं, जो किसी भी कंपनी की संरचना का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य गूगल के संचालन को और अधिक सरल और प्रभावी बनाना है। कंपनी का यह कदम एक ऐसी दिशा में बढ़ रहा है, जहां आर्थिक दबाव और AI आधारित प्रतिस्पर्धा कंपनियों को नई तरीके से काम करने के लिए मजबूर कर रही है।
एआई प्रतियोगिता का प्रभाव
गूगल अपनी खोज क्षमताओं में लंबे समय से समझा जाने वाला एक प्रमुख नाम रहा है, लेकिन ओपनएआई जैसी एआई-केंद्रित कंपनियों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते, गूगल को अपने कार्यप्रणाली में सुधार आवश्यक हो गया है। इन कंपनियों की उन्नति से गूगल अब खुद को नए नवाचार और चुस्त दृष्टिकोण अपनाने की दिशा में बढ़ता हुआ देख रहा है।
पुनर्गठन की प्रक्रिया
गूगल ने पिछले दो वर्षों में पुनर्गठन की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। 2022 में, पिचाई ने एक लक्ष्य निर्धारित किया था, जिससे गूगल को 20% और अधिक प्रभावी बनाया जा सके। इस प्रयास के तहत 2023 में 12,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी छोड़ना पड़ा। हालांकि, कुछ प्रभावित प्रबंधकों को व्यक्तिगत योगदानकर्ता भूमिकाओं में पुनः नियुक्त किया गया, जबकि कई पद पूरी तरह समाप्त कर दिए गए।
तकनीकी दिग्गजों में बदलाव की लहर
गूगल में चल रही यह बदलाव की प्रक्रिया तकनीकी उद्योग में व्यापक स्तर पर देखा जा रहा परिवर्तन का एक हिस्सा है। माइक्रोसॉफ्ट, अमेज़न, मेटा, और टिकटॉक जैसी बड़ी कंपनियों ने भी अपने कार्य में सुधार लाने के लिए प्रबंधकीय पदों की कटौती और पुनर्गठन जैसे उपाय अपनाए हैं।
गूगल का नया दृष्टिकोण
सुंदर पिचाई ने इस बदलाव के दौरान 'गूगलीनेस' की परिभाषा में भी बदलाव किया है, जो पहले गूगल कर्मचारी के आदर्श गुणों को पहचानता था। अब इसका ध्यान मिशन-चालित कार्य, नवाचार, और टीमवर्क पर अधिक है। पिचाई ने इस बात पर जोर दिया कि गूगल उत्पादों को और अधिक सहायक, और जोखिमपूर्ण परंतु निर्णायक तरीके से बनाना होगा।
Hemant Saini
दिसंबर 23, 2024 AT 16:51ये सिर्फ एक कटौती नहीं, ये एक संक्रमण है। जब तक हम मैनेजमेंट को बिना किसी बुराई के देखते रहेंगे, तब तक AI हमें बस एक बेहतर तरीके से काम करने का रास्ता दिखाएगा। असली बदलाव तब होगा जब हम लोगों को बिना टाइटल के भी महत्व देंगे।
Nabamita Das
दिसंबर 23, 2024 AT 23:2610% कटौती? बहुत कम है। अगर गूगल सच में एआई के साथ बराबरी करना चाहता है, तो 40% तक काटना चाहिए। बहुत सारे मैनेजर्स बस इमेल्स भेजते हैं, कोई डिसीजन नहीं लेते।
chirag chhatbar
दिसंबर 25, 2024 AT 10:44ye sab bs bs bs... google pehle se hi overhyped hai. log sochte hai ki ye kuch special hai, par real mei toh ye bhi ek aur tech company hai. management cut? haan bhai, bas ek aur excuse hai taki boss ko koi kaam na karna pade.
Aman Sharma
दिसंबर 27, 2024 AT 04:50मैं तो सोच रहा था कि ये नया दृष्टिकोण बहुत अलग होगा... लेकिन ये तो सिर्फ एक और बाजार के लिए बनाया गया प्रचार है। जब तक एआई अपने आप नहीं बन जाता, तब तक ये सब नाटक है।
sunil kumar
दिसंबर 28, 2024 AT 13:28ये बदलाव बहुत जरूरी है! एंटरप्राइज़ के लिए एक नया नॉर्म बन रहा है - एजाइलिटी, ऑथेंटिसिटी, और ओरिएंटेशन टू इम्पैक्ट! जब तक आप डिस्कोवरी और डिसिशन-मेकिंग को डिलिगेट नहीं करते, तब तक आपका टीम एक्टिविटी ब्लॉक होगा! गूगल ने जो किया, वो एक ब्रेकथ्रू है!
Arun Kumar
दिसंबर 30, 2024 AT 11:17क्या आप लोगों को पता है कि इन 10% में से 8% वो लोग हैं जिन्होंने अपने टीम को बचाया था? अब ये बदलाव बस एक बहाना है जिससे लोगों को बर्बाद किया जा सके। ये तो एक नया तरीका है अपने गलत फैसलों को गलत लोगों के ऊपर चढ़ाने का।
Snehal Patil
दिसंबर 30, 2024 AT 13:13मैंने तो देख लिया... अब ये सब लोग फिर से गूगल जॉब्स पर अप्लाई करेंगे 😭💔 #toxicculture #hiringfrenzy
Vikash Yadav
दिसंबर 31, 2024 AT 15:21ये सिर्फ एक बदलाव नहीं, ये एक रिवॉल्यूशन है! जब तक हम लोग अपने बॉस के बिना भी काम कर सकेंगे, तब तक हम असली फ्रीडम पाएंगे। गूगल ने जो किया, वो बहुत बहादुरी से किया - अब देखते हैं कि दूसरे कैसे फॉलो करते हैं। 🚀
sivagami priya
जनवरी 1, 2025 AT 17:57हां हां हां! ये बहुत अच्छा है! जब तक हम लोग टाइटल्स के लिए नहीं रहेंगे, तब तक हम असली काम नहीं कर पाएंगे! बहुत बढ़िया फैसला! 💪🔥
Anuj Poudel
जनवरी 2, 2025 AT 16:11इस निर्णय के पीछे की गहराई को समझना जरूरी है। एआई के आगमन से व्यवस्था की जटिलता बढ़ गई है, और अब प्रबंधकीय स्तर की जरूरत कम हो रही है। लेकिन ये क्या सुनिश्चित करता है कि बचे हुए लोगों को भार नहीं बढ़ जाएगा? इसकी निगरानी करना जरूरी है।
Aishwarya George
जनवरी 3, 2025 AT 16:52यह एक अद्भुत और आवश्यक कदम है। गूगल ने अपनी संरचना को एक नए युग के अनुरूप ढाला है। जब तक हम लोग अपनी भूमिकाओं को टाइटल के बजाय योगदान के आधार पर नहीं देखेंगे, तब तक हम वास्तविक नवाचार नहीं कर पाएंगे। यह बदलाव लंबे समय तक चलेगा।
Vikky Kumar
जनवरी 5, 2025 AT 07:39यह एक व्यावहारिक निर्णय है, लेकिन इसका असर गूगल के विश्वसनीयता पर पड़ेगा। एक ऐसी कंपनी जो अपने प्रबंधकों को बर्खास्त कर रही है, वह अपने आंतरिक नैतिकता को कैसे बरकरार रखेगी? यह एक गहरा सामाजिक और नैतिक प्रश्न है।
manivannan R
जनवरी 6, 2025 AT 14:23yo man, google ne toh real move kiya! management ka weight kam krke innovation ko boost kiya... ab dekhte hai kya karta hai ai, lekin ye step bohot solid hai. team ka focus ab product pe hoga, not meetings 😎